चला जाने वाला शख़्स

चला जाने वाला शख़्स

कितना अच्छा होता है।

इस दुनिया से

चले जाने के बाद।

उसके बोलने-सुनने

रहने-सहने, कुछ कहने

चलने-फिरने, खाने-पीने

ज़िंदगी जीने और

कभी-कभी तो

मरने का अंदाज़

हर एक जीवित शख़्स को

इतना पसंद आता है

इतना पसंद आता है

कि मानों वो शख़्स नहीं कोई

अवतार या कोई चमत्कार हो।

हर घर-गली-मुहल्ले में

होती हैं चर्चाएँ उसकी

हर सामान्य-सी बात को

उसका अनूठा गुण बताते हुए।

लोग थकते भी नहीं हैं

उसके क़िस्से सुनाते हुए।

इसलिए अक्सर ऐसा लगता है।

चला जाने वाला शख़्स

कितना अच्छा होता है।

- रिजवान रिज़

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Thankyou...
-Rizwan Riz

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